Important Khortha Questions
“खोरठा निबंध”
1.खोरठा निबंध कर रचनाकार(लेखक) लगे –
- बिनोद कुमार
- डॉ. बी . एन. ओहदार
- शिवनाथ प्रमाणिक
- डॉ. ए. क झा
- खोरठा निबंध के प्रकाशक लगे-
- बोकारो खोरठा कमिटी
- जनजातीय भाषा अकादमी राँची
- खोरठा साहित्य संस्कृति परिषद् बोकारो
- खोरठा साहित्य संस्कृति अकादमी रामगढ़
- खोरठा निबंध के प्रकाशक वर्ष लगे –
- 1988
- 1990
- 1995
- 1992
- खोरठा निबंध में कईगो निबंध लागे –
- 8
- 10
- 12
- 14
- खोरठा निबंध क़िताबे परब विषयक निबंध लागे –
- भाई बहिन के शुभ प्यार के प्रतीक ‘करम परब’
- फूल कर परब सरकुल आरटेकर प्रसंगिकता
- a तथा b दोनों
- एकर में कोई न
- ‘हामे खड़ा’ निबंध कौन विषय पर लिखल लागे-
- राजनितिक व्यंग
- लोकतंत्र पर व्यंग
- सामाजिक व्यंग
- धार्मिक व्यंग
- ‘हामे खड़ा हो ‘ काउन रकमेक रचना लागे-
- हास्य
- फिंगाठी (व्यंग्क)
- विवरणात्मक
- विश्लेषणात्मक
- प्रेमचन्द सहितेक सामाजिक सईर सेरेस्तंज जोगदान कईसन रचना लागे –
- समीक्षात्मक
- विवरणात्मक
- विश्लेषणात्मक
- विचार प्रधान
- ‘खोरठा लेखन परम्परावादी न जनवादी ‘ कईसन रचना लागे-
- समीक्षात्मक
- विवरणात्मक
- विश्लेषणात्मक
- विचार प्रधान
- ‘हमिन के संस्कृति आर तेकर उपरे संकट’ कईसन निबंध लागे-
- समीक्षात्मक
- विवरणात्मक
- विश्लेषणात्मक
- विचार प्रधान
- ‘सोबटाय चले हे’ कईसन निबंध लागे-
- हास्य
- फिंगाठी (व्यंग्क)
- विवरणात्मक
- विश्लेषणात्मक
- ‘बखेड़ा में बखेड़ा लिंग बखेड़ा’ कईसन निबंध लागे-
- हास्य
- फिंगाठी (व्यंग्क)
- विवरणात्मक
- विश्लेषणात्मक
- ‘बईजका बगरा, काम कम ‘कईसन निबंध लागे-
- समीक्षात्मक
- विवरणात्मक
- विश्लेषणात्मक
- विचार प्रधान
- ‘छोटानागपुरेक नेनिताल ‘नेतरहाट’ कईसन निबंध लागे-
- समीक्षात्मक
- विवरणात्मक
- यात्रा वृतांत
- विचार प्रधान
Important khortha questions
उत्तरमाला:-
- डॉ..बी . एन. ओहदार
- जनजातीय भाषा अकादमी राँची
- 1990
- 12
- a और b दोनों
- लोकतंत्र पर व्यंग
- फिंगाठी (व्यंग्क)
- समीक्षात्मक
- विश्लेषणात्मक
- विचार प्रधान
- फिंगाठी (व्यंग्क)
- फिंगाठी (व्यंग्क)
- विचार प्रधान
- यात्रा वृतांत
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