khortha Questions for panchayat sachiv
सोंध माटी
- ‘सोंध माटी’ किताब केकर लिखल लगे –
- बिनोद कुमार
- डॉ. बी. एन. ओहदार
- कुमारी शशि
- दिनेश दिनमणि
2. ‘सोंध माटी’ किताबेक प्रकाशक लागे-
- जनजाति भाषा अकादमी , रांची
- खोरठा साहित्य संस्कृति परिषद, बोकारो
- खोरठा ढाकी छेतर कमिटी , कोठार
- बालिडिह खोरठा कमिटी
3. ‘सोंध माटी’ किताब कर प्रकाशन वर्ष लागे-
- 1988
- 1989
- 1990
- 1991
4. ‘ सोंध माटी’ किताब लगे –
- कहानी संग्रह
- कहानी अर कविता संग्रह
- गध -पध संग्रह
- एकांकी संग्रह
5. ‘सोंध माटी’ किताबे कइगो कहानी हे-
- 10
- 11
- 12
- 13
6. ‘सोंध माटी’ किताबे कइगो कविता हे-
- 20
- 25
- 30
- 31
7. ‘सोंध माटी’ किताबे एकर में कौन कहनी नखे-
- उबार
- जिनगीक डोआनी
- दुब
- हियाब
8. ‘सोंध माटी’ किताबे एकर में कौन कहनी नखे-
- धुवा-धंधा
- मायेक लोर
- एक पइला जोडरा
- सुकरी मासोमइत
9. ‘सोंध माटी’ किताबे एकर में कौन कहनी नखे-
- औद दीदा
- मलकी बहु
- भीतर बाहर
- कुलदीपा
10. ‘सोंध माट’ किताबे एकर में कोन कहनी हे-
- अजवाइर भोजिक बेड़ाइल छुउवा
- धरम करम
- चासा
- सोंध माटीक टाब
Answer :-
- बिनोद कुमार
- जनजाति भाषा अकादमी , रांची
- 1990
- कहानी अर कविता संग्रह
- 10
- 31
- हियाब
- सुकरी मासोमइत
- कुलदीपा
- अजवाइर भोजिक बेड़ाइल छुउवा
khortha Questions for panchayat sachiv
डाह नाटक
1. ‘डाह’ नाटक लिखल लागे –
- सुकुमार
- श्रीनिवास पानुरी
- महेंद्रनाथ गोस्वामी ‘सुधाकर’
- विश्वनाथ द्सौंधी ‘राज’
2. ‘डाह’ नाटक के प्रकाशक लागे –
- जनजाति भाषा अकादमी , रांची
- खोरठा साहित्य संस्कृति परिषद, बोकारो
- खोरठा ढाकी छेतर कमिटी , कोठार
- कुंतीदेवी, भेंडरा
3. ‘डाह’ नाटक के प्रकाशन वर्ष –
- 1989
- 1990
- 1992
- 1994
4. ‘डाह’ कइसन नाटक लागे –
- सामाजिक
- पारिवारिक
- धार्मिक
- कानापतियारी
5. ‘डाह’ नटकेक मुइख पुरुष पात्र हके-
- विवेक
- शेखर
- विराट
- रेवती प्रसाद
6. ‘डाह’ नाटके विवेक के हतियरा लागे-
- जग्गा
- शेखर
- विराट
- रेवती प्रसाद
7. ‘डाह’ नाटके विवेक कर हतियारा रुपे जेहल गेल हल-
- जग्गा
- शेखर
- विराट
- रेवती प्रसाद
8. ‘डाह’ नाटके विवेक केकर कारख़ाना काम कर हल –
- जग्गा
- शेखर
- विराट
- रेवती प्रसाद
9. ‘डाह’ नाटकेक मुख्य जनी पात्र हीक-
- उर्मिला
- रचना
- सीता
- भावना
10. ‘डाह’ नाटके असली हतियाराकखुलासा कोन करल हीक-
- जग्गा
- शेखर
- विराट
- रेवती प्रसाद
11. ‘डाह’ नटके रचना केकर बहु लागिक-
- विवेक
- जग्गा
- शेखर
- विराट
12. ‘डाह’ नाटके शेखर केकर भाई लागे-
- विवेक
- शेखर
- विराट
- रेवती प्रसाद
13. ‘डाह’ नाटके कइगो मोहड़ा हे –
- 8
- 9
- 10
- 11
14. ‘डाह’ नाटके कइगो खंधा(अंक) हे –
- 3
- 4
- 5
- 6
15. ‘डाह’ नाटके भावना के बहु लागे –
- विवेक
- जग्गा
- विराट
- रेवती प्रसाद
Answers:-
- सुकुमार
- कुंतीदेवी, भेंडरा
- 1992
- सामाजिक
- विवेक
- विराट
- शेखर
- रेवती प्रसाद
- रचना
- भावना
- विवेक
- विवेक
- 11
- 3
- विराट
Leave a Reply